Thursday 21 March 2013

हमारे प्रेम के महान गीत


१)***

मैं बता रहा होऊंगा
अपनी महिला मित्र को
मुझे पसंद हैं
तुम्हारी तथाकथित
झील सी गहरी
नीली आखें
जिनमे मैं डूब जाना चाहता हूँ  
पुराने प्रेमियों के माफ़िक
जबकि नहीं रहा पसंद मुझे
नहाना
ठन्डे पानी में तो बिलकुल भी नहीं

२)***

फाल्गुनी धुप में नहाई
जून के महीने में
तुम जाओगी पोस्ट ऑफिस
पसीने से तर-बतर
किसी बूढ़े की छड़ी सी
सिथिल
तुम बैठोगी
लोहे की
सार्वजनिक बेंच पर
रुक रुक चलने वाले
पुराने पंखे के नीचे
जहाँ मैं मर जाना चाहूँगा

तुम्हारे
कांधे पर सर रखकर

तुम्हारे
पसीने की गंध में खोकर

तुम्हारे
पोस्टल लाइफ इन्सुरेंस
जमा करने के बाद.

३) ***

उम्र के बाईसवें पड़ाव में
मैं गुजारना चाहता हूँ
केवल और केवल
तीन रातें
तुम्हारे साथ

पहली रात
जब तुम आओ 
मेरे सपनो में

दूसरी रात
जब मैं दिखूं तुम्हें
सोता हुआ
तुम्हारे सपनों में

तीसरी रात
तुम्हारी गोद में सर रखकर
मैं चाहूँगा
तुम कहो ‘आई लव यू’

४)***

तुमने रिकॉर्ड किये
हमारे प्रेम के महान गीत
मेरे लिए
अपनी आवाज में
इन गीतों में नहीं था कोई संगीत
सिवाय तुम्हारे होंठों की कपकपीं के

५)***

पहले की तरह
आज भी हूँ
तुमसे दो कदम दूर

पता नहीं क्यों
तुम नहीं निकली घर से
चार-दिवारी को लाँघ कर

जबकि मुझे लगता था
हमारी गर्म सांसे पिघला सकती हैं
चीन की दीवार 

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